भारत ओर इंग्लैंड के बीच एजबेस्टन टेस्ट मेच मे एक बेहद दिलचस्प मोड देखने को मिला हे आइये जानते हे पूरी जानकारी

1 . भारत और इंग्लैंड के बीच एजबेस्टन टेस्ट मैच में एक बेहद दिलचस्प मोड़ देखने को मिला, जब इंग्लैंड की पहली पारी में हैरी ब्रूक और जेमी स्मिथ ने मिलकर 342 रन की साझेदारी की। दोनों बल्लेबाजों ने टीम को संकट से उबारा। इंग्लैंड ने जब 84 रन पर अपने पांच विकेट गंवा दिए थे, तब फॉलोऑन का खतरा मंडरा रहा था। इसी मुश्किल घड़ी में ब्रूक और स्मिथ ने मोर्चा संभाला और छठे विकेट के लिए 303 रन की रिकॉर्ड साझेदारी की।

2 . ब्रूक ने 234 गेंदों पर 158 रन बनाए, जिसमें 17 चौके और एक छक्का शामिल था। वहीं, जेमी स्मिथ ने 207 गेंदों पर 21 चौकों और चार छक्कों की मदद से नाबाद 184 रन बनाए। इन दोनों के अलावा बाकी इंग्लिश बल्लेबाज पूरी तरह नाकाम रहे और मिलकर सिर्फ 46 रन ही बना सके। इंग्लैंड की पारी 407 रन पर सिमट गई, जिसमें से 342 रन सिर्फ ब्रूक और स्मिथ के बल्ले से आए।

3 . भारतीय गेंदबाजी की बात करें तो मोहम्मद सिराज और आकाशदीप ने कमाल कर दिया। दोनों ने मिलकर इंग्लैंड के सभी 10 विकेट झटके। सिराज ने 19.3 ओवर में 70 रन देकर छह विकेट लिए, जबकि आकाशदीप ने 20 ओवर में 88 रन देकर चार विकेट अपने नाम किए। यह जोड़ी जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी में भी भारतीय आक्रमण की धार बनी रही।

4 . सिराज ने मैच के बाद कहा कि वह लंबे समय से इस तरह के स्पेल का इंतजार कर रहे थे। उन्होंने बताया कि विकेट धीमा था, इसलिए अनुशासन और सही लाइन-लेंथ पर गेंदबाजी करना जरूरी था। सिराज ने यह भी कहा कि उनकी मानसिकता रन रोकने और बल्लेबाजों पर दबाव बनाने की थी।

5 . आकाशदीप ने भी अपने प्रदर्शन को लेकर खुशी जाहिर की और कहा कि वह इंग्लैंड में स्विंग कराने की सोच रहे थे, लेकिन हालात वैसे नहीं थे। उन्होंने बताया कि सिराज के साथ नई गेंद से गेंदबाजी करना उनके लिए खास अनुभव रहा। दोनों ने मिलकर दबाव बनाया और इंग्लैंड को जल्दी-जल्दी झटके दिए।

6 . भारतीय गेंदबाजों में सिराज और आकाशदीप के अलावा बाकी किसी भी गेंदबाज को एक भी विकेट नहीं मिला। रविंद्र जडेजा, वाशिंगटन सुंदर, नितीश रेड्डी और प्रसिद्ध कृष्णा ने 50 ओवर में मिलकर 244 रन दिए लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। यह दिखाता है कि इंग्लैंड की बल्लेबाजी में सिर्फ दो ही बल्लेबाज टिक पाए, बाकी पूरी तरह संघर्ष करते नजर आए।

6 . इतिहास की बात करें तो भारतीय तेज गेंदबाजों ने 42 साल बाद इंग्लैंड में किसी एक पारी में सभी 10 विकेट लिए हैं। इससे पहले ऐसा कारनामा 1983 में हुआ था। सिराज और आकाशदीप की जोड़ी ने इस मैच को खास बना दिया।

7 . इंग्लैंड की पारी में छह बल्लेबाज अपना खाता भी नहीं खोल पाए, जो इंग्लिश बल्लेबाजी की कमजोरी को दर्शाता है। ब्रूक और स्मिथ के अलावा कोई भी बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजों का सामना नहीं कर सका। इंग्लैंड की टीम एक समय 84/5 थी, वहां से 407 तक पहुंचना इन दोनों बल्लेबाजों की जुझारू पारी का नतीजा रहा।

8 . भारतीय टीम ने पहली पारी में 587 रन बनाए थे और इंग्लैंड को 407 पर समेटकर 180 रन की बढ़त हासिल कर ली। दूसरी पारी में भी भारत ने शानदार शुरुआत की और बढ़त को 244 रनों तक पहुंचा दिया। इस मैच में सिराज और आकाशदीप की गेंदबाजी, ब्रूक और स्मिथ की साझेदारी, और बाकी बल्लेबाजों की विफलता चर्चा का विषय बनी रही।

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