आइये पड़ते हे गुलजार की 5 जबदस्त शेर

  • दिन कुछ एसे गुजारता हे कोई
  • जेसे एहसास उतारता हे कोई
  • दिल मे कुछ यू सभालता हु गम
  • जेसे जेवर सभालता हे कोई
  • आईना देख कर तसल्ली हुई
  • हमको इस घर मे जानता हे कोई
  • पेड़ पर पक गया फल शायद
  • फिर से पत्थर उछालता हे कोई
  • देर से गूँजते हे सन्नाटे
  • जेसे हम को पुकारता हे कोई

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *